UP सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे उल्लेखनीय काम किये हैं। हाल ही में स्कूलों में चल रहे MDM कि गुणवत्ता के जाँच के लिए भी सरहनीय कदम उठाया है। इसे बच्चों के पोषण के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया जा रहा है।
स्कूलों में खाद्द पदार्थों कि गुणवत्ता को जांचने हेतु जिला प्रशासन एवं खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (FSDA) कि ओर से मोबाइल वैन यानी चालित वाहन के जरिये खाद्द पदार्थों कि जाँच कि जा सकेगी।
कैसे करेगी मोबाइल वाहन जांच
UP सरकार की तरफ से एक गाड़ी में ही उन सारे चीजों को setup किया जो खाद्द पदार्थों कि जाँच के लिए जरूरी होता है।यानि एक Mini Lab । और इसमें खाद्द पदार्थों कि जाँच के लिए FSDA कि तरफ से नियुक्त एक्सपर्ट भी मौजूद रहेंगे।
किसने दिखाई हरी झंडी
एफएसडीए के सहायक खाद्य आयुक्त द्वितीय अजीत कुमार राय ने मोबाइल van को हरी झंडी दिखाते हुए बताया कि कोई भी व्यक्ति वैन के पास आकर खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता की जांच करा सकता है।
ट्रायल में ही नमूने हो गए फैल
8 जनवरी को खाद्य सुरक्षा अधिकारी (एफएसओ) सौरभ उत्तम व अपराजिता तिवारी की टीम ने दूध, चटनी, बुकनू, साबूदाना, सरसों तेल सहित 25 खाद्य पदार्थों के नमूनों का sample की जांच की। जिसमें कुछ नमूने फैल गए।
क्या है खासियत
FSDA टीम ने बताया कि अब मोबाइल वैन रोजाना जिला मुख्यालय के साथ ही कस्बों में पहुंचकर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करेगा। और दूषित खाद्य पदार्थों की बिक्री को भी बंद करने का प्रयास करेगी। टीम ने बताया कि अब नमूनों की जाँच के लिए कई दिनों तक इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा।
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